भ्रष्ट धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया के ठिकानों से सोना, चांदी, नकदी और आलीशान संपत्तियों का भंडार बरामद

इंदौर/अलीराजपुर। लोकायुक्त पुलिस ने आज तड़के बड़ी कार्रवाई करते हुए सेवानिवृत्त जिला आबकारी अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया के इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और अलीराजपुर स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर करीब 18 करोड़ 59 लाख रुपये की संपत्ति का खुलासा किया है।

इंदौर के पलासिया स्थित कैलाशकुंज अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 से लोकायुक्त टीम ने जब तलाशी ली तो अंदर से 1 करोड़ 13 लाख 13 हजार 612 रुपये नकद, 4 किलो 221 ग्राम सोना, 7 किलो 128 ग्राम चांदी, और महंगे फर्नीचर, परफ्यूम, घड़ियाँ, साड़ियाँ, हथियार आदि का जखीरा मिला।

कुल मिलाकर इस एक ही फ्लैट से लगभग 9.66 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति पाई गई।
भदौरिया के अन्य फ्लैट्स (402 और 403) से भी करोड़ों की संपत्ति बरामद हुई। फ्लैट नंबर 403, जिसमें उनकी पुत्री अपूर्वा और दामाद रहते हैं, से भी 6.48 लाख रुपये की संपत्ति मिली। तीनों फ्लैट्स की कुल गाइडलाइन वैल्यू करीब 1.92 करोड़ रुपये आंकी गई।

काउंटी वॉक स्कीम में 4700 वर्गफीट जमीन पर तीन मंज़िला निर्माणाधीन बंगला मिला, जिसकी अनुमानित कीमत 3.36 करोड़ रुपये बताई गई है। वहीं “ग्रीन स्कीम नंबर 114” में पुत्री के नाम पर फ्लैट से 50 लाख रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति मिली।
ग्वालियर में पैतृक मकान से भी 22.78 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई।

लोकायुक्त की जांच में यह सामने आया कि धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया ने अपने पूरे सेवाकाल में करीब 2 करोड़ रुपये की आय अर्जित की थी, जबकि उनके पास से 18.59 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति मिली है — यानी 829.66 प्रतिशत अनुपातहीन संपत्ति!

लोकायुक्त इंदौर कार्यालय ने धारा 13(1)(बी) व 13(2) भ्रष्टाचार निवारण (संशोधित) अधिनियम 2018 के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है और विवेचना प्रारंभ कर दी है।